chameli ka phool चमेली का फूल काफी खूबसूरत होने के साथ इसकी खुशबू काफी सुगंधित होती है | इसके इस सुगन्ध के कारण इसे रात की रानी भी कहते है| इसे लोग Jasmine के नाम से ज्यादा जानते हैं यह बहुत ही खूबसूरत फूल होता है इसकी सुगंध हर किसी को आकर्षित करती है | चमेली के फूल के खुशबू के कारण इसका इस्तेमाल सुगंधित पदार्थों को बनाने के लिए भी किया जाता है, साथ ही इसमें काफी मात्रा में औषधीय गुण भी पाए जाते जिससे इसका प्रयोग औषधियों में किया जाता है चमेली के फूल के बारे में हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको चमेली से जुड़े हुए सारी रोचक जानकारियां जैसे इसमें फूल कब आता है इसे कटिंग से कैसे आसानी से लगा सकते हैं इसकी देखभाल आप कैसे कर सकते |
चमेली फूल (chameli ka phool) का उपयोग
चमेली के फूल को घर में लगाने से पहले अगर हम उसके उपयोग को सही तरीके से जान ले तो इसे लगाना ज्यादा फ़ायदेमंद होगा चमेली का पौधा घर में बहुत आसानी से हम लगा सकते हैं तो चलिए हम जानते हैं कि चमेली फूल का उपयोग हम कहां कहां पर करते हैं
- चमेली के फूल का उपयोग चाय बनाने में किया जाता है ऐसा माना जाता है कि कुछ लोग को अनिद्रा की शिकायत होती है उस तरह के लोग चमेली फूल का प्रयोग चाय बनाने के लिए भी करते हैं इससे उन को अच्छी नींद भी आती है
- चमेली फूल का उपयोग हर्बल से जुड़ी हुई या ऑर्गेनिक से जुड़ी हुई औषधियों में काफी मात्रा में किया जाता है
- हिंदू धर्म के अनुसार चमेली फूल का उपयोग पूजा में किया जाता है
- अगर हम साउथ इंडिया की बात करें तो ज्यादातर वहां महिलाएँ बालों में गजरा लगाने का काम करती हैं मुख्यतः गजरा में जो फूल यूज़ होता है उसमें सबसे ज्यादा चमेली फूल का ही प्रयोग किया जाता है
- इत्र और सुगंधित पदार्थों को बनाने में ज्यादातर हम चमेली का उपयोग करते हैं |
- चमेली का उपयोग सजावट में भी किया जाता है |
- जैस्मिन तेल का इस्तेमाल आप कई तरीकों से कर सकते हैं इसका इस्तेमाल मसाज करने वेपराइजर में और बाथिंग से रिलेटेड प्रोडक्ट जो बनते हैं उसमें हम चमेली का तेल का प्रयोग करते हैं
- चमेली के तेल का प्रयोग आप एयर डिफ्यूजर में भी देख सकते हैं बहुत बड़ी बड़ी कंपनियां अपना एयर डिफ्यूजर में चमेली का तेल और चमेली के परफ्यूम का यूज करती है

चमेली का पौधा घर पर कैसे लगाएं
चमेली का पौधा आप बहुत आसानी से पौधे को कटिंग के माध्यम से लगा सकते है चमेली पौधे लगाने का यह सबसे अच्छा तरीका है इसके लगाने के लिए इस तरह के कलम चुनाव करें जिसमें अभी नाजुक पत्तियां आई है, और उसकी कलम नाजुक हो इस तरह से चार पांच कलम काट कर आप आराम से चमेली का पौधा उगा सकते है |
चमेली को कटिंग से कैसे लगाते हैं
- कलम को काटने से पहले सबसे पहले यह ध्यान दें कि आप सही कलम का चुनाव करें जैसा कि मैंने ऊपर ही आपको बताया कि आप ऐसे कलम का चुनाव करें जिसमें अभी नाजुक चार या पांच पत्तियां आई हुई है और वह टहनी भी अभी सख्त ना हुई हो |
- कलम काटने से पहले आप इस बात को ध्यान में रखें, कि आप जिस भी चाकू से या किसी के माध्यम से कलम को काट रहे हैं उसे अच्छी तरह से सैनिटाइज कर ले उसके बाद ही आप कलम को कांटे |
- कलम काटते समय इस बात को अच्छी तरह से ध्यान देते हुए काटे की कलम को राउंड नहीं काटना है इसे 45 डिग्री के एंगल पर काटे और इस बात का ध्यान रखें की पूरी सफाई से उसे काटा जाए |
- काटते समय इस बात का और अच्छी तरह से ध्यान दें कि उसकी ऊंचाई 4 से 6 इंच अर्थात 10 से 15 सेंटीमीटर का भाग ही काटे और अगर आपके पास प्रूनिंग टूल्स है तो उसी का इस्तेमाल करें काटते समय यह भी ध्यान दें कि जहां पर भी एक नीचे की पत्ती दिख रही है उसी के जस्ट नीचे ही कट करे |
- कटिंग काटने के बाद आप नीचे की सारी पतियों को तने से हटा दें और कलम की ऊपर की पत्तियों को उसी तरह रहने दे |
- कलम कटिंग के समय अगर कोई फूल भी उस कलम पर हो तो कोशिश करें कि कलम लगे हुए फूल तोड़ दे |
- जितने भी कलम को आप ने काटा है उसे कोशिश करें कि 5 से 10 मिनट पानी में डूबा कर रहने दे जिससे उसकी हरियाली बनी रहेगी |

चलिए अब हम आगे जानते हैं की कटिंग को किस पॉटिंग सॉइल में लगाना है और उसे हमें किस तरह से तैयार कर सकते है
चमेली फूल को लगाने के लिए मिट्टी को कैसे तैयार करें
- इस फूल को लगाने के लिए जिस तरह की मिट्टी की जरूरत होती है उसे आप बहुत आसानी से अपने घर में बना सकते हैं आप जिस भी मिट्टी का चुनाव करते हैं बस इस बात का ध्यान दे उसमें बड़े स्टोन या कंकड़ पत्थर ज्यादा ना हो अर्थात आप गार्डन सॉइल का प्रयोग करे इसे 5 0 % के रेश्यो में ले |
- उस गार्डन सॉइल में हम 25 प्रतिशत रेत मिला दे उसके बाद जो और 25 प्रतिशत हिस्सा बचता है उसमें हम कोको पीट, बोन मील पेरी लाइट और वर्मी कंपोस्ट, नीम खली को साथ में मिलाकर आप चमेली के लिए अच्छा पॉटिंग मिक्स बना सकते हैं
- चमेली फूल के लिए 8 से 10 इंच का गमला ले और इस बात का ध्यान रखें कि गमले के नीचे होल बना हो जिससे ज्यादा पानी होने से पानी आसानी से गमले से बाहर निकल जाए
- अब इस साइल में चार या पांच चमेली के कलम को लगा देंगे अब उसमें थोड़ा पानी डालेंगे और उसे हम 8 से 10 दिन छांव में रखे जब कुछ कलियाँ खिल जाये तो उसे धुप में रखे पर यह ध्यान रखे की डायरेक्ट सनलाइट में न रखे |
चमेली के फूल को लगाने के बाद हम इसकी देखभाल कैसे करें
- चमेली फूल को जब कटिंग के माध्यम से आप लगाते हैं तो इस बात का हमेशा ध्यान दें कि उसे आप डायरेक्ट पानी ना दें उसे किसी स्प्रे बोतल या स्प्रिंकल बोतल के थ्रू ही पानी दे
- कोशिश करें कि चमेली के फूल की कटिंग को आप सेल्फ वाटरिंग पोट में लगाएं ऐसा करने से पौधे अपने अनुसार पानी को ले सकेंगे जिससे ज्यादा पानी से जड़े भी खराब नहीं हो पाएगी
- चमेली के फूल को जब आप कलम से लगाते हैं और अगर उसमें कुछ कलियां खिल जाती है तो आप उसके बाद उसे धूप में रखना शुरु कर सकता है
- जब कलम से चमेली का पौधा बड़ा हो जाए तो आप इस बात का ध्यान रखें कि उसे दूसरे गमले में 12 से 14 इंच के गमले में भी ट्रांसफर कर सकते हैं |
चमेली के पौधे की देखभाल कैसे करें
अगर आपके घर पर चमेली का पौधा लगा हुआ है और आप उसे सही देखभाल नहीं कर पा रहे हैं तो यह आर्टिकल आपको यह बताएगा कि आप चमेली के पौधे की देखभाल कैसे करें चमेली पौधे की देखभाल हम आपको चमेली की मिट्टी चमेली में पानी कैसे दें चमेली को धूप में रखें कितनी देर चमेली की कटिंग जरूरी है या नहीं चमेली की मिट्टी जिसमें वह लगा हुआ है उसकी गुड़ाई अब कितने दिन में करें इन्हीं सब बातों को हम विस्तार से बताएंगे
1 मिट्टी
चमेली के लिए मिट्टी का चुनाव काफी ही सिर दर्द वाला काम लगता है लेकिन आपको हम बता दें कि चमेली के लिए किसी खास मिट्टी की जरूरत नहीं होती है आप गार्डन मिट्टी को लेकर अगर उसके अंदर कुछ परसेंटेज आप कोकोपीट वर्मी कंपोस्ट नीम खली पैरेलाइट को मिलाकर अगर आप एक सॉइल बनाते हैं तो आपको चमेली के ग्रोथ में कोई भी दिक्कत नहीं आएगी
2 पानी
चमेली के पौधे को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है जैसा आपने देखा होगा कि चमेली का पौधा कहीं भी बहुत आसानी से लगाए लग जाता है तो आप इस बात का ध्यान रखें कि आप चमेली में ज्यादा पानी ना डालें बस इतना ही पानी डाले कि उस मिट्टी में नमी बरकरार हो और हमेशा यह कोशिश करें कि किसी भी पौधे में अगर अब पानी डाल रहे हैं स्प्रे के थ्रू ही चमेली के पौधे में पानी डालें
3 धूप
चमेली के पौधे को धूप की ज्यादा जरूरत होती है लेकिन इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि चमेली के पौधे को कभी भी डायरेक्ट सनलाइट में ना रखें ऐसा करने से उनकी पत्तियां जल जाएगी तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि इस पौधे को धूप की जरूरत होती है पर डायरेक्शन लाइट पर ना रखें कोशिश करें कि जहां भी इसे रख रहे हैं ऊपर में एक साइड बना दे या वैसे जगह का चुनाव करें जहां पर डायरेक्शन लाइट ना आता हो |
चमेली के पौधे में किसी खास तरह के फर्टिलाइजर की जरूरत नहीं होती है लेकिन अगर उस में फूल नहीं खिल रहे हैं तो आप कोशिश यह करें कि उसमें NPK या वर्मी कंपोस्ट या फिर आप उसी तरह के किसी भी ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग कर सकते हैं जो पौधे के ग्रोथ में सहयोग देता हो इस तरह के बहुत से फर्टिलाइजर आपको ऑनलाइन भी मिल जायेंगे या लोकल नर्सरी में अगर आप जाते हैं तो आप उन्हें ऑल पर्पस खाद मांग सकते हैं इस तरह के खाद चमेली के साथ साथ किसी भी पौधे में कॉमन तरीके से डाला जा सकता है जिस भी पौधे का ग्रोथ और फूल सही तरीके से ना आ रहे हो
5 गुड़ाई
चमेली के पौधे को जिस भी गमले में लगाते है उसमें कोशिश यह करें कि 1 महीने में एक बार उसकी मिट्टी की गुड़ाई करे मिट्टी के गुड़ाई इसलिए भी जरूरी है कि हम मिट्टी को थोड़ी हल्की रख पाए जिससे हमारा न्यूट्रिशन वैल्यू सही से पौधे को न्यूट्रिशन दे सके साथ ही साथ जब भी आप गुड़ाई कर रहे हैं तो थोड़ा सा खाद का प्रयोग कर ले जैसे वर्मी कंपोस्ट सबसे अच्छा माना जाता है
चमेली के पौधे में अगर किसी भी प्रकार के कीट पतंगों का असर दिख रहा है तो आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है 10 या 15 दिन के अंतराल पर उसमें आप नीम खली को लिक्विड फॉर्म में कन्वर्ट करके अपने पेड़ में छिड़काव करे इस तरीके से आप कीटो के प्रकोप को कम कर सकते है आपको इसका लिक्विड कैसे बनाना है तो आप नीम खली को किसी भी बर्तन में लेकर उसे रात भर पानी में भिगोकर रखें अब 1 लीटर पानी में 20ml नीम खली का वह पानी मिला दे जो रात भर आप ने भिगाया है और इसे चमेली के फूल में इसका स्प्रे करें जिससे यह आसानी से कीट पतंगों की समस्याओं से निजात मिल जाएगा |
FAQ
चमेली के फूल कैसे होते हैं ?
चमेली का फूल परेनियम कैटेगरी के पौधे के रूप में आता है इस तरह के कैटेगरी के पौधे में 12 माह फूल आते हैं चमेली का पौधा उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में ज्यादा मिलते हैं यह सफेद रंग का होता है अगर इसके डायमीटर की बात करें तो यह तीन से चार सेंटीमीटर और पंखुड़ियों की बात करें तो इसमें 4 से 6 पंखुड़ियों का यह फूल होता है यह देखने में बहुत ही मनभावन और इसकी सुगंध काफी तीव्र होती है इस फूल को आप गुच्छे में ज्यादा देख पाएंगे
चमेली के फूल का क्या फायदा है?
चमेली के फूल के बहुत से ही फायदे हैं जिसको इस लेख के माध्यम से ऊपर आपको बताया गया है चमेली का फूल का सबसे ज्यादा फायदा यह है की इसका प्रयोग हर्बल और ऑर्गेनिक में इसका प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है साथ ही साथ चमेली का जो तेल होता है उससे अनिद्रा संबंधी बीमारियों से भी हमें बहुत लाभ मिलता है चमेली का ज्यादातर उपयोग हम इत्र बनाने में करते हैं और इस फूल के और बहुत सारे फायदे हैं बहुत सारे लोग इस फूल को चाय के रूप में भी उपयोग करते हैं जिससे उन्हें रिफ्रेशिंग एनर्जी मिलती है
चमेली के पौधे में फूल कब आते हैं ?
चमेली के पौधे में 12 महीने ही फूल आते हैं आपको इस आर्टिकल में मैंने पहले ही बता दिया है कि चमेली का फूल परेनियम कैटेगरी के फूल में आता है इस तरह की कैटेगरी में जितने भी तरह के पौधे आते हैं वह बारहमासी फल या फूल हमें देते हैं
चमेली के फूल को हिंदी में क्या कहते हैं ?
चमेली फूल को अंग्रेजी में जैस्मिन कहा जाता है और इसे हिंदी में चमेली ही कहते हैं पर इसे कई नामों से या प्रचलित है जैसे बेला गंधराज मल्लिका और कई नामों से इन्हें जाना जाता है इस का बॉटनिकल नाम Jasminum officinale है
क्या चंपा और चमेली एक ही तरह का फूल है
ऐसे फूल जिसमे सिर्फ सफेद फूल खिलते हैं, वह चंपा है और जिसके सफेद फूलों के बीच में पीला रंग भी है, वह है चमेली।
चमेली का फूल लगाने से घर में क्या-क्या फायदे होते हैं
इस फूल का प्रयोग हमारे इन्द्रियों को शांत करने में निद्रा की बीमारी को ठीक करने रूम फ्रेशनर में भी इसके इत्र का प्रयोग काफी है इसे घर में लगाने के काफी फायदे मिल सकते है| आप इसे नहाते समय बाथ तब में डाल कर बाथ का मजा दुगना कर सकते ही
चमेली को फूलों की रानी क्यों कहा जाता है
चमेली फूल की खुशबु के कारण इसे रात की रानी कहा जाता है |