Basil Leaf In Hindi (Basil leaf in hindi meaning)
आज के इस आर्टिकल में हम तुलसी पौधे और तुलसी पत्ते (basil-leaf-in-hindi) तुलसी से जुडी पूरी जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से हम बताने का प्रयास करेंगे
जैसे
- tulsi ka paudha kab lagana chahiye इस पौधे को कब लगाए |
- tulsi ke beej ke fayde तुलसी के पत्ते के साथ साथ इसके बीज भी गुणकारी होते है इसको कैसे प्रयोग में ले
- tulsi ji ka gamla तुलसी के पौधे को कैसे लगाए कौन से गमले में किस मिटटी का प्रयोग करे कौन सा खाद डालें
- tulsi plant in hindi इस आर्टिकल में तुलसी से जुड़ी पूरी जानकारी आपको दी जाएगी
तुलसी का पौधा एक ऐसा पौधा है जिसका हिन्दू धर्म में काफी महत्त्व है यह औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है यह लगभग हर घर में पाया जाता है इसे घर के आँगन में लगाना काफी शुभ माना जाता है इसे सुख व समृद्धि की देवी भी माना जाता है तुलसी में बहुत से हर्बल गुण पाए जाने के कारण इसे क्वीन ऑफ़ हर्ब्स के नाम से भी जाना जाता है यह एक पेरेनियल पौधा है जिसे अलग अलग नामो से जाना जाता है संस्कृत में रामा तुलसी व कृष्णा तुलसी मलयालम में त्रितावु मराठी तथा तमिल में तुलसी तथा अंग्रेजी में होली बेसिल हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को माता की उपाधि दी गई है जिनमे रामा व श्यामा तुलसी काफी प्रमुख है
तुलसी पौधे कितने प्रकार के होते है
अगर हम तुलसी के प्रकारो की बात करे तो यह बहुत से प्रकार के पाए जाते है जिनमे से केवल दो ही प्रकार की तुलसी घरो में ज्यादातर पायी जाती है और घरो में इनकी पूजा भी की जाती है तो आइये जानते है तुलसी के प्रकारो और उनके गुणों के बारे में
1 रामा तुलसी:- रामा तुलसी को श्री तुलसी, लक्ष्मी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है यह काफी पवित्र तुलसी है इसकी पत्तिया हरी होती है साथ ही इसमें बहुत से औषधीय गुण पाए जाते है रामा तुलसी को सभी तुलसी के पौधों में काफी पवित्र माना जाता है रामा तुलसी को घर के आँगन में लगाया जाता है तथा हिन्दू व जैन धर्मो में इसकी पूजा भी की जाती है तथा इसके पौधे को अधिक पानी की आवश्यकता होती है इसे जड़ी बूटियों की रानी भी कहा जाता है | इनके पौधे को गर्मियों में रोजाना और ठंडी में कम पानी की आवश्यकता होती है इसके टेम्प्रेचर की बात की जाये तो यह पंद्रह से चालीस डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में रहना पसंद करते है इसके साइंटिफिक नाम की बात की जाये तो इसे ओसीमम सैंक्टम कहा जाता है |
रामा तुलसी के औषधीय रूप में बहुत से फायदे है इसका उपयोग सर्दी और फ्लू के इलाज में टॉक्सिन्स को साफ़ करने में सूजन व गैस से राहत में किया जाता है यह एक प्राकृतिक इम्युनिटी बूस्टर है जो तनाव हाई ब्लड प्रेसर तथा कैंसर संबधी बीमारी के इलाज में कारगर है तथा यह बेहतर स्वास्थ्य और पाचन को बढ़ावा देती है
2श्यामा तुलसी– श्यामा तुलसी को कृष्ण तुलसी भी कहा जाता है इसकी पत्तिया हरे व बैगनी कलर के होते है साथ ही साथ यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढाती है तथा श्यामा तुलसी के मसालेदार स्वाद की वजह से इसका प्रयोग चाय बनाने में भी किया जाता है इसमें बहुत से औषधीय गुण भी पाए जाते है यह बीस से चालीस डिग्री सेल्सियस के तापमान में रहते है इसे भी गर्मियों में रोजाना तथा ठण्ड में कम पानी की आवश्यकता होती है श्यामा तुलसी के साइंटिफिक नाम की बात की जाये तो इसे ओसीमम तेनुफ्लॉरम कहा जाता है श्यामा तुलसी में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है हार्ट हेल्थ और डायबिटीज के मरीजों के लिए कारगर है श्यामा तुलसी श्वसन सम्बन्धी बीमारी को भी रोकती है रामा तुलसी की तुलना में श्यामा तुलसी में ज्यादा औषधीय गुण पाए जाते है |
रामा तथा श्यामा ऐसी तुलसी है जिन्हे हिन्दू धर्म के अनुसार घरो में इनकी पूजा की जाती है |
इसमें एंटीबायोटिक कीटाणु नासक तथा एंटी फंगल गुण पाए जाते है तनाव व रक्तचाप को कम करती है यह ब्लड प्रेसर एवं शुगर को नियंत्रित करती है यह सूजन पेट की बीमारी और सिर दर्द को कम करने में मदद करती है |
3 अमृता तुलसी:- अमृता तुलसी एक अनोखी बारहमासी पौधा है इसे अमृता तुलसी इसलिए कहा जाता है क्युकी अमृता का अर्थ अमरता है कहने का अर्थ यह है की कठिन से कठिन वातावरण में भी मरता नहीं है यह दिखने में रामा व श्यामा तुलसी का मिश्रण है इसकी पत्तिया हरे रंग की और तने बैगनी रंग के होते है | इसे चाय तुलसी भी कहा जाता है यह एक सुगंधित पौधा है अगर इसके ऊंचाई की बात की जाये तो बारह से पंद्रह इंच तक होती है एवं इसमें भी बहुत से औषधीय गुण पाए जाते है |
4 वन तुलसी:- वन तुलसी आमतौर पर वनो में पाया जाता है इसे जंगली तुलसी के नाम से भी जाना जाता है यह पेरेनियल अर्थात बारहमासी पौधा है इसकी पत्तिया हरे कलर की होती है यह दो मीटर तक ऊंचा होता है इसमें बहुत से औषधीय गुण व एंटी एजेंट गुण पाए जाते है |
5 कपूर तुलसी:- तुलसी के प्रमुख प्रकारो में से एक कपूर तुलसी है इसकी ऊंचाई छोटी होती है यह अपने सुगंध के कारण कीड़ो व मच्छरों को भी दूर भगाती है यह तुलसी के सभी किस्मो में सबसे ज्यादा पाई जाती है दवाइयों के रूप में भी इसका यूज़ किया जाता है यह फुल सनलाइट में रहना पसंद करती है इसका उपयोग आयुर्वेदिक उपचार में किया जाता है इसकी पत्तिया गोल तथा पांच सेंटीमीटर तक लम्बी होती है कपूर तुलसी के इस्तेमाल से कीड़े के काटने, ब्रोंकाइटिस, मलेरिया, त्वचा की स्थिति, संधिशोथ और अन्य स्थितियों का इलाज किया जा सकता है।
6 विमला तुलसी:- विमला तुलसी पहाड़ी क्षेत्रो में पाई जाती है इसकी जड़े जमीन से दो फ़ीट गहरी होती है यह तुलसी शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद है विमला तुलसी का एक पत्ता सुबह के समय पानी के साथ खाने से शुगर की बीमारी से छुटकारा मिलता हैं |
7 विक्स तुलसी:- विक्स तुलसी औषधीय गुणों से भरपूर बारहमासी पौधा है |
8 लेमन तुलसी:- लेमन तुलसी एक फ्लॉवरिंग प्लांट है इसके पत्तियों की सुगंध व स्वाद लेमन के जैसे होता है इसलिए इसका नाम लेमन तुलसी है यह एक मेडिसिनल प्लांट है इसका उपयोग पाचन क्रिया में तनाव को दूर करने में और वजन घटाने में किया जाता है |
9 मरुआ तुलसी– मरुआ तुलसी बहुत से औषधीय गुणों से परिपूर्ण है इसका पौधा बहुत ही सुगन्धित होता है अगर यह पौधे घर में रहते है तो मच्छर भी नहीं आते है यह मानव शरीर को रोगो से लड़ने में मदद करता है इसके पत्तियों का उपयोग सिर दर्द में खांसी की समस्या में पेट के कीड़े को मारने में किया जाता है |
10 मीठी तुलसी:- मीठी तुलसी को स्टीविया भी कहा जाता है इसकी पत्तिया मीठी होती है इसका पौधा छोटा होता है इसकी लम्बाई साठ से सत्तर सेंटीमीटर होती है इसके पौधे में चीनी से भी अधिक मिठास पायी जाती है शुगर की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए इसका सेवन किया जाता है |
11 सिनेमन तुलसी:- सिनेमन तुलसी को मेक्सिकन बेसिल भी कहा जाता है यह एक मसालेदार सुगन्धित पौधा है इसके पत्ते चमकदार गहरे हरे रंग के और लैवेंडर फूल होते है इनके पत्तो में दालचीनी का स्वाद पाया जाता है इसका यूज़ चाय में और सलाद में किया जाता है |
तुलसी के पौधे के लिए मिट्टी कैसी तैयार करें
धूप
तुलसी पत्तियों की अच्छी ग्रोथ के लिए सनलाइट भी बहुत जरुरी होता है । अगर Full Sunlight नहीं मिल पा रहा है तो 3 से 4 घंटे की Sunlight जरूर मिलना चाहिए । ऐसा करते ही आप पाएंगे की आपके तुलसी के पौधे की ग्रोथ सही ठंग से हो रहा है |
पानी
तुलसी के पौधे को ज्यादा पानी की आवशक्ता नहीं होती है ज्यादा पानी डालने से तुलसी के पौधे सही से नहीं बढ़ पाते है अक्सर देखा गया है की घर के सभी लोग तुलसी में पानी डालते है ऐसा अगर आप करते है तो आप तुलसी के लिए सैंड वाली मिट्टी का चुनाव करे जो एक्सेस वाटर को अच्छे से drain कर सकता है तुलसी में एक ही बार में सात दिन का पानी न डाले मिट्टी की ऊपरी सतह चेक करते रहे जब भी सतह सूखी लगे तब पानी देते रहिए । रोज पानी देने की आवश्यकता नहीं है , जितनी जरूरत हो उतना ही पानी दीजिये ।
खाद
इसके लिए किसी खाद की ज्यादा जरुरत तो नहीं है पर इसकी गुडाई कर रहे है गोबर खाद या वर्मीकम्पोस्ट डाल सकते है liquid fertilizer में आप नीम तेल का स्प्रे कर सकते है अगर सुपर फ़ूड की बात करे उसमे गाय का दूध भी पानी में मिला के डाल सकते है इससे इसकी ग्रोथ अच्छी होती है |
सर्दियों में तुलसी का रख रखाव कैसे करे
तुलसी के पौधे की रखरखाव की बात की जाये तो इसे ना तो ज्यादा ठण्ड में रखे ना ही ज्यादा गर्मी में रखे इसे सामान्य तापमान में रखे गर्मियों के दिनों में डायरेक्ट सन लाइट में नहीं रखे क्युकी ज्यादा सूरज की रोशनी से इसकी पत्तिया सुख जाएगी साथ ही साथ अगर आप इसे गमले में लगा रहे है तो इसकी ज्यादा देखभाल करे इसमें अच्छी क्वालिटी की मिटटी डाले गर्मियों के दिनों में समय समय में पानी दे बरसात व ठण्ड में ज्यादा पानी न दे ध्यान रखे की इसकी मिटटी सुखी न हो अगर हो सके तो इसे सुबह के समय पानी दे जिससे की इसकी पत्तिया सूखे न और जैसे जैसे इसके पत्ते सुख जाते है उसे अलग हटा दे जिससे की नयी पत्तिया खिलने लगेगी और साथ ही साथ इनके बीज जो बढ़ जाते है उन्हें भी तोड़ दे जिससे की नई पत्तियों का विकास होगा |
तुलसी का गमला (Tulsi ka gamla )
तुलसी के गमले का चुनाव आपको अपने हिसाब के करना चाहिए बस इस बात का ध्यान रखे जो भी गमला आप ले रहे है उसमे होल हो जिससे एक्सेस water उसमें से बाहर निकल जाये |
तुलसी के बीज के फायदे हिंदी में (tulsi ke beej ke fayde in hindi)
तुलसी के बीज के कई फायदे है
इसके बीज का इस्तेमाल हम वजन कम करने में भी कर सकते है इसके बीज को शोक कर हम इसे अपने सुबह के ड्रिंक में शामिल कर सकते है जिससे वजन कम करने में काफी मदद मिलती है |
तुलसी का बीज ठंडा होता है जिससे कभी बॉडी हीट हो जाये तो इसके बीज को पानी में फूला ले और उसे आप पी ले जिससे आपको बहुत राहत मिलेगा
तुलसी का बीज से कोल्ड और फ्लू से राहत मिलती है |
तुलसी का बीज से पाचन में सुधार होता है |
तुलसी का बीज से शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते है |
तुलसी का बीज का इस्तेमाल कब्ज को दूर करने में किया जाता है |
तुलसी का बीज स्किन के लिए भी फायदेमंद है |
तुलसी का बीज बालों के लिए भी लाभकारी है |
तुलसी के फायदे
- यह एक नेचुरल इम्युनिटी बूस्टर है |
- फीवर तथा सर्दी खासी में भी उपयोग किया जाता है |
- एंटी कैंसर के गुण पाए जाते है |
- हार्ट हेल्थ के लिए तुलसी के पत्ते फायदेमन्द है |
वास्तु के अनुसार तुलसी का महत्त्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में तुलसी के पौधे का होना बहुत ही शुभ माना जाता है साथ ही साथ हिन्दू धर्म में इसका काफी महत्त्व है इसे घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा घर में नहीं आती है वास्तु के अनुसार इसे घर के उत्तर व उत्तर पूर्व दिशा में लगाना चाहिए जिस जगह में तुलसी का पौधा हो वहाँ साफ सफाई रहनी चाहिए तुलसी का पौधा सकारात्मक ऊर्जा के साथ साथ मानसिक शांति भी प्रदान करता है तुलसी के पत्तो का प्रयोग माला बनाने में भी किया जाता है मान्यता है की तुलसी के पत्तो से विष्णु जी प्रसन्न होते है कहा जाता है की बिना तुलसी के पत्तो के भगवान प्रसाद स्वीकार नहीं करते है हिन्दू धर्म में कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में तुलसी विवाह किया जाता है साथ ही साथ यह विवाह के मौसम का भी प्रतीक माना जाता है |
रविवार को तुलसी में पानी क्यों नहीं डाला जाता
वैसे तो तुलसी को रोजाना पानी देना चाहिए लेकिन रविवार के दिन इसके पौधे को पानी देने से बचना चाहिए मान्यता है की इस दिन माता तुलसी भगवान विष्णु के लिए व्रत रखती है पानी डालने से उनका व्रत टूट जाता है और घर में नकारात्मकता और परेशानी का सामना करना पड़ता है |
रामा या श्यामा में से कौन सी तुलसी घर में लगाए
दोनों ही तुलसी का अपना विशेष महत्त्व है आप रामा और श्यामा में से कोई भी तुलसी अपने घर में लगा सकते है चाहे तो आप दोनों को ही घर में लगा सकते है रामा तुलसी को लक्ष्मी तुलसी भी कहा जाता है वही श्यामा तुलसी का सम्बन्ध कृष्ण जी से है इसे कार्तिक माह में गुरूवार के दिन लगाना काफी शुभ माना जाता है |
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